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रांची/डेस्क: भारत में धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महाकुंभ मेला सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण आयोजनों में से एक माना जाता हैं. हर 12 साल में चार प्रमुख स्थानों पर आयोजित होने वाला यह मेला न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक आस्था का केंद्र है बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतीक भी हैं. महाकुंभ का आयोजन इस बार प्रयागराज में होने जा रहा है लेकिन क्या आप जानते है कि महाकुंभ केवल प्रयागराज में नहीं बल्कि देश के तीन और प्रमुख शहरों में भी आयोजित होता हैं? आईये जानें महाकुंभ के आयोजन के बारे में वो बातें जो शायद आप नहीं जानते होंगे.
महाकुंभ मेला हर 12 साल में एक बार आयोजित होता हैं. यह आयोजन चार प्रमुख स्थानों में हैं. जिसमें:
- प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
- हरिद्वार (उत्तराखंड)
- उज्जैन (मध्य प्रदेश)
- नासिक (महाराष्ट्र)
प्रत्येक स्थान पर कुंभ मेला खगोलशास्त्र, ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के आधार पर निर्धारित होता हैं. जब सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति ग्रहों की स्थिति एक खास योग में होती है, तभी यह आयोजन होते हैं.
क्या खास होगा इस बार?
महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में होने जा रहा है, जहां लाखों श्रद्धालु संगम के तट पर पवित्र स्नान करने के लिए इकट्ठा होंगे. इस आयोजन के दौरान न केवल धार्मिक अनुष्ठान होंगे बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रम, आध्यात्मिक चर्चाएं और भव्य सजावट भी देखने को मिलेगी. प्रयागराज के अलावा हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में इस तरह के आयोजनों का महत्व है, जहां लोग श्रद्धा और आस्था के साथ आते हैं.