प्रेम कुमार सिंह/न्यूज11 भारत
गुमला/डेस्क: नया साल में अगर आपको पिकनिक मनाना है तो एक बार पारस जलाशय जरूर आईए.नया साल नई खुशियां और नई उम्मीदें लाता है, हर इंसान का कामना होता है कि आने वाले नए साल उसके झोली को खुशियों से भर दे, नव वर्ष का त्यौहार पूरे परिवार के लिए मौज मस्ती और आनंद पैदा करने वाली होती है,समय होता है जंगल और जल प्रपात,जलाशय, पहाड़ों,वनो,गुफाओं का आकर्षित छटाओं के बीच पिकनिक करने एवं जश्न मनाने का,प्राकृतिक के गोद में बसे गुमला जिले के भरनो प्रखंड और बेडो प्रखण्ड के सीमा पर स्थित पारस जलाशय जो यहां की हसीन वादियां फिजाएं नववर्ष पर लोगों को यहां बुला रही है.
पारस जलाशय की हरी-भरी लिप्टस की पेड़ मन में ताजगी का संचार करती है.यहाँ पर सैलानी प्राकृतिक नजारे के साथ-साथ पिकनिक का भी भरपूर आनंद लेते हैं.इसके आसपास का दृश्य काफी रोमांचकारी है पारस जलाशय चारों तरफ से लिप्ट्स के पेड़ों से घिरा हुआ है जो बरबस सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है.पारस जलाशय की साख बाते यहां साइबेरियन पंछियों की चहचहाट,कल कल बहती डेम और नहर की पानी की धारा, प्राकृतिक सौंदर्य बेखेरती चारों ओर खेतो की हरियाली मनोहारी दृश्य से भरपूर यह जलाशय बरबस ही सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती है.
यह पिकनिक स्पॉट पारस जलाशय राजधानी रांची से 42 किलो मीटर की दूरी पर,गुमला जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर की दूरी पर और भरनो प्रखण्ड मुख्यालय से महज पांच किलो मीटर की दुरी पर भरनो बेडो बॉर्डर पर स्थित है.पारस जलाशय अब जिले का एक प्रमुख पिकनिक स्पॉट बन गया है,जहां दिसम्बर से जनवरी,फरवरी माह में नव वर्ष के अवसर पर हजारों सैलानी राँची, गुमला, बेडो, भरनो, सिसई, लोहरदगा समेत आसपास के कई जगहों से अपने दोस्तों व परिवार के साथ यहां पहुँच कर पिकनिक का लुफ्त उठाते हैं.
इस आने वाले नये वर्ष 2025 में लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ घूमने और पिकनिक मनाने के लिए पारश जलाशय की ओर जा कर प्राकृतिक का लुप्त उठाएंगे.यहां पर खास कर एक जनवरी के दिन हजारों की संख्या में लोगों का भीड़ उमड़ती है.पारस जलाशय के पिकनिक स्पॉट में सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस प्रशासन की तरफ से यहां आने वाले सैलानियों की सुरक्षा के लिए बेड़ो और भरनो थाना की पुलिस भी तैनात रहती हैं.