दस लाख रुपये में हुआ था सौदा, मुख्य साजिशकर्ता संतोष मेहता व सहयोगी राहुल पासवान गिरफ्तार
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग जिला पुलिस ने कटकमदाग प्रमुख विनिता कुमारी के पति व पूर्व मुखिया उदय साव हत्याकांड का उदभेदन कर दिया हैं. जमीनी कारोबार में बर्चस्व स्थापित करने के लिये उदय साव को गोली मारी गयी थी. इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता संतोष कुमार मेहता, पिता किशोर प्रसाद मेहता है, जो ग्राम अंबाडीह मेरु, थाना मुफस्सिल, हजारीबाग का रहने वाला हैं. संतोष मेहता जमीन के कारोबार में पार्टनर के तौर पर काम कर रहा था. उसने राहुल पासवान, उत्तम यादव और शक्ति गिरि को उदय साव की हत्या करने के लिये तैयार किया था. इसके लिये दस लाख रुपये में सौदा हुआ था. राहुल को रेकी करने की जिम्मेवारी दी गयी थी. संतोष ने बड़ी चालाकी से उदय साव हत्याकांड की योजना बनायी थी. उसपर किसी को संदेह नहीं हो इसके लिये संतोष अपनी पत्नी और उदय साव की परिवार के लोगों को अपने साथ लेकर रांची चला गया था. उदय साव् की हत्या हो जाने के बाद जब उनकी पत्नी को फोन किया गया तो उस वक्त संतोष कुमार मेहता भी उसी गाड़ी में था. किसी को इसका एहसास भी नहीं था कि इस हत्यकांड की योजना संतोष ने ही बनायी हैं. राहुल पासवान पिता महाबीर पासवान ग्राम ईचाक, थाना गिद्दौर, जिला चतरा का रहने वाला हैं.
एसआइटी की टीम ने राहुल पासवान को चरही बाजार से गिरफ्तार किया उसकी गिरफ्तारी के बाद पूरे घटना का पदार्फाश हुआ. उदय साव हत्याकांड के अनुसंधान की सूई जेपी केंद्रीय कारा की ओर भी घूमी. जब पुलिस को पता चला कि उसका रिश्तेदार भी जेल से हत्या करने की साजिश रच रहा हैं तो पुलिस उस दिशा में भी आगे बढ़ी. पोस्को एक्ट के तहत केंद्रीय कारा में बंद उदय साव के रिश्तेदार नरेश साव पर भी पुलिस को संदेह था. नरेश साव की जमानत का उदय साव विरोध कर रहे थे, उसने भी उदय साव की हत्या की साजिश जेल से ही रची थी. एसडीपीओ अमित आनंद ने 18 दिसंबर को पत्रकार सम्मेलन आयोजित कर बताया कि जमीन के कारोबार में बर्चस्व स्थापित करने के लिये उदय साव को गोली मारी गयी. बिजनेस पार्टनर संतोष मेहता ने उदय साव हत्याकांड की साजिश रची थी. उसके ठिकाने से 1 करोड़ 31 लाख का 68 हस्ताक्षर किया चेक और एक ब्लेक चेक बरामद किया गया हैं. राहुल पासवान का एक अपाची मोटरसाइकिल (जेएच 13 एफ-9888) बरामद किया गया हैं.
इस हत्याकांड का शूटर फरार हैं. एसडीपीओ ने बताया कि फरार अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिये पुलिस की कार्रवाई चल रही हैं. छापामारी दल में ये पुलिस अधिकारी थे. शामिल उदय साव हत्यकांड का उदभेदन करने के लिये एसपी अरविंद कुमार सिंह ने एसडीपीओ अमित आनंद के नेतृत्व एक एसआइटी का गठन किया था. टीम लगातार छापामारी कर रही थी. राहुल पासवान की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले का राजफाश हुआ. छापामारी दल में एसडीपीओ, हजारीबाग अमित आनंद, अपर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार, पुलिस उपाधीक्षक सीसीआर मनोज कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक परिक्ष्यमान प्रशांत कुमार, पुलिस निरीक्षक पेलावल विनोद कुमार, पुलिस निरीक्षक दारु शाहिद रजा, थाना प्रभारी लोहसिंघना संदीप कुमार, प्रभारी पेलावल ओपी वेद प्रकाश पांडेय, पुलिस अवर निरीक्षक शशिकांत पासवान, थाना प्रभारी कटकमदाग पंकज कुमार सिंह तथा तकनीकी शाखा के पदाधिकारी एवं आरक्षी शामिल थे.
हत्याकांड के आरोपियों के पास से चेक मोटरसाइकिल और मोबाइल बरामद
उदय साव हत्याकांड में पकड़े गये आरोपियों के पास से 1.31 करोड़ का 68 हस्ताक्षर युक्त व एक ब्लेक चेक, एक अपाची मोटरसाइकिल (जेएच 13 एफ-9888), संतोष कुमार मेहता का टच स्क्रीन मोबाइल, राहुल पासवान का टच स्क्रीन 1 मोबाइल, निरंजन यादव का ओप्पो का 1 टच स्क्रीन मोबाइल बरामद किया गया हैं.