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रांची/डेस्क: कंपनी द्वारा सैलरी रोके जाने की वजह से हरियाणा पानीपत के युवक ने अपनी जान दे दी. बताया जा रहा है कि युवक का बीते कई दिनों से कंपनी के अफसर के साथ विवाद चल रहा था. खबर है कि बजाज फाइनेंस के सीनियर अधिकारीयों के साथ कहासुनी और मारपीट मामले में 28 वर्षीय सुमित नामक युवक ने अपनी जान दे दी. पिछले 9 महीने सुमित बजाज फाइनेंस में लोन डिपार्टमेंट में डीएनए के पद पर कार्यरत था. पिछले 20 दिनों से सुमित नौकरी पर नहीं जा रहा था.
2 नामजद आरोपियों के खिलाफ सुमित की पत्नी ने पुलिस में शिकायत की है. पुलिस ने सामान्य अस्पताल में शव को कब्जे में लेकर रखवाया. सुमित की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने गहनता से जांच शुरू कर दी है. बता दें कि सुमित के 2 बच्चे है.
जानकारी के अनुसार मामला पानीपत के वाधवा राम कॉलोनी का है. जहां सुमित ने घर पर कमरे में पंखे से लटकर फांसी लगा ली. वहीं सुमित के शव के पास से सुसाइड नोट भी मिला है. बजाज फाइनेंस के कर्मचारियों दुर्गाप्रसाद शर्मा, और गौरव उपाधयाय को सुमित ने अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है.
परिजनों के मुताबिक सुमित के खाते में बजाज फाइनेंस के सीनियर अधिकारीयों ने फर्जी लोन करवाया और इउसके बाद लोन किश्त भरने के लिए दवाब भी बनाया. इससे आहत होकर सुमित ने आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने सैलरी देने के लिए सुमित को बस स्टैंड पर बुलाकर उसके साथ मारपीट की. वहीं सुमित मेडिकल करवाने गया तो उससे पहले आरोपियों ने सुमित के खिलाफ थाने में शिकायत कर दी. फिलहाल सभी आरोपी फरार है.
वहीं सुमित ने सुसाइड नोट में लिखा कि मैं सुमित कुमार पुत्र ओमकार सिंह अपने होश ओ हवास में ये कदम उठा रहा हूं. दुर्गा प्रसाद शर्मा और गौरव उपाध्याय ने मुझे मारने की और इसके साथ ही मेरा पैसा रोका है. ये कदम मैं दुर्गाप्रसाद के दवाब में उठा रहा हूं. सरकार से मेरा यही अनुरोध है कि मेरे बच्चों और पत्नी को न्याय मिले. दुर्गा प्रसाद शर्मा मेरी मौत का जिम्मेदार है.