प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले मजदूरों का पलायन रोकने व गांव में ही रोजगार देने को लेकर केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा मनरेगा योजना के तहत कई तरह की विकास योजनाओं को संचालित किए जा रहे हैं. परंतु केरेडारी प्रखंड में संचालित मनरेगा योजना में गड़बड़ झाला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. केरेडारी प्रखंड मुख्यालय से मनरेगा योजना की स्वीकृति के पश्चात् ही सभी पंचायतों में मजदूर के जगह पर मशीन से खुदाई कर राशि की निकासी धडल्ले से किया जा रहा है, इसके बदले सबंधित कर्मियों के बीच नजराना बांटकर राशि का दुरपयोग किया जा रहा है.
प्रत्येक महीने मनरेगा के तहत संचालित कुप व डोभा में जेसीबी का उपयोग बिचौलियो द्वारा किया जाता है. जिसको देखने वाला कोई नहीं है. एक ताजा उदाहरण में केरेडारी प्रखंड के पेटो पंचायत में बिरसा सिचाई कूप योजना से कई कूप निर्माण जेसीबी मशीन से कराया गया है. एक रात में ही जेसीबी मशीन के द्वारा पूरा कूप तैयार कर दिया जाता है, जहां मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक एवं मेट के मिली भगत से पूरे योजना का राशि मनरेगा में रजिस्टर्ड मजदूरों से डिमांड मार कर पूरा राशि निकाल लिया जाता है.
सूत्रों के मुताबिक, पेटो मुखिया प्रतिनिधि गुरुदयाल साव के द्वारा पेटो बुढ़िया माता सड़क स्थित भूमि संरक्षण से तालाब निर्माण का कार्य कराया जा रहा है, जिसमे उनका खुद का पोपलेन मशीन काम कर रहा है, सूत्रों को कहना है कि यह मशीन दिन में तालाब निर्माण का कार्य करता है और रात के अंधेरे में कूप की खुदाई करता है. इसके अलावा बीते चार दिन पूर्व पेटो पंचायत में पूजा देवी के योजना में भी जेसीबी मशीन से रातों रात कूप की खुदाई करवाकर तुरंत बांधना शुरू कर दिया है, वही, बीते बुधवार रात्रि भी बिरसा सिचाई योजना में पोपलेन मशीन से काम करवाया गया है.
इस संबंध में पेटो पंचायत के रोजगार हारून रशीद का कहना है कि कूप का निर्माण लाभुक स्वयं करते है. प्रखंड में मनरेगा योजना द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में एक महत्वपूर्ण सूचना के मुताबिक लगभग सभी पंचायतों में वैसे तो जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा जिसमे एक लाभुक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि जिस पंचायत के मुखिया के पास जेसीबी मशीन एवं पोपलेन है वो मनरेगा योजना में धडल्ले से उपयोग करें बशर्ते मशीन मुखिया का होना चाहिए, जिससे की मास्टर रोल भुगतान में मुखिया आसानी से हस्ताक्षर कर देंगे, वरना अगर दूसरे के मशीन का उपयोग करने के पश्चात मुखिया भुगतान के समय हस्ताक्षर करने से साफ इंकार कर देते हैं.
पंचायत सचिव पुनपुन कुमारी ने कहा कि योजना स्थल पर पहुंचकर योजनाओं की जांच कर लाभुक पर कार्रवाई की जायेगी. इधर, मनरेगा के बीपीओ सुमन कुमार शर्मा ने कहा कि पेटो में जेसीबी से कार्य होने की सूचना मिली है, जांच कर कार्रवाई की जाएगी.