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बगोदर/डेस्क: सरकार की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कुसमरजा पंचायत के ग्रामीणों ने बगोदर प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार पर एकदिवसीय धरना दिया और प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने मुखिया चिंतामणि महतो की अगुवाई में आरोप लगाया कि योजना की 70 प्रतिशत राशि निकाल ली गई है, लेकिन जमीनी स्तर पर योजना पूरी तरह विफल रही है. 5 प्रतिशत भी कार्य नही हुआ है पानी टंकी बनाकर खानापूर्ति की गई और उस पर मात्र बोर्ड लगाकर छोड़ दिया गया है.
ग्रामीणों का कहना है कि घर-घर जल पहुंचाने की यह योजना कागजों तक सीमित रह गई है, जबकि लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. मुखिया चिंतामणि महतो ने बताया कि इस भ्रष्टाचार की शिकायत संबंधित अधिकारियों से कई बार की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि लाचार होकर ग्रामीणों को धरना देने का निर्णय लेना पड़ा.
आंदोलन की चेतावनी:
मुखिया ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही इस मामले का समाधान नहीं हुआ तो कुसमरजा पंचायत के लोग बड़े आंदोलन की ओर बढ़ने को मजबूर होंगे. धरने में मुखिया चिंतामणि महतो, सांसद प्रतिनिधि महेश मिश्रा, डॉ. भुनेश्वर रजक, धर्मदेव पंडित, सुरेश पंडित, बिशुन पंडित, अकल साव, कामेश्वर यादव, टेकलाल राउत, पार्वती देवी समेत बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं शामिल हुए. ग्रामीणों ने प्रशासन से नल-जल योजना की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.